असफलता को स्वीकार करने से प्राप्त होती है सफलता

असफलता को स्वीकार करने से प्राप्त होती है सफलता

प्रमोद कुमार 


मोतिहारी,पू०च०।
प्रबंधन विज्ञान विभाग, महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ई-संगोष्ठी में आमंत्रित मुख्य वक्ता आनन्द कुमार (आई.पी.एस, गोपलगंज) ने अपने व्यक्तब्य में कहा, असफलता से घबराना नहीं चाहिए बल्कि उसको स्वीकार करते हुए साकारात्मक सोच एवं दृढ़ निश्चय के साथ हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करना चाहिए।

उन्होंने देश के पूर्व राष्ट्रपति डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के बातों का जिक्र करते हुए कहा उनकी पहली मिसाइल प्रक्षेपण असफल होने के बाद भी, असफलता से न घबराते हुए लगातार मिसाइल प्रक्षेपण कर सफलता प्राप्त की और एक के बाद एक पृथ्वी, अग्नि, त्रिशुल, आकश मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया। उन्होनें वर्तमान प्रतिस्पर्धी परिवेष में डाॅ. कलाम को छात्रों के लिए प्रेरणादायक बताते हुए कहा असफलता को स्वीकार करने से ही सफलता प्राप्त होती है।

इसके अलावा उन्होनें कहा हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब तक गुजरात के मुख्यमंत्री थे राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान नही मिली थी लेकिन आज उनके सफल नेतृत्व ने विश्वविख्यात नेता की छवि को प्रस्तुत किया है। आनन्द कुमार ने स्वयं के विद्यार्थी जीवन के संघर्षो को याद करते हुये कहा, जबतक उन्हें यूपीएससी के प्रतियोगी परीक्षा में सफलता नहीं मिली लोंग उनकी आलोचना करते थे।

लेकिन अपनी असफलता एवं लोगो की आलोचना का फिक्र न करते हुए, कड़ी मेहनत की और यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण कर आई.पी.एस हेतु चयनित हुआ।

इस ई-संगोष्ठि में कार्यक्रम के संयोजक एवं पंडित मदन मोहन मालवीय स्कूल आॅफ कामर्स एवं प्रबंध विज्ञान के डीन प्रोफेसर पवनेश कुमार आयोजन सचिव डॉ सपना सुगंधा प्रबंधन विज्ञान विभाग की डॉ अलका ललहाल, डॉ स्वाति कुमारी कमलेश कुमार अरूण कुमार तथा शोधार्थी एवं विद्यार्थी कार्यक्रम में शामिल हुए।