मॉपअप राउंड में छूटे हुए लोगों को खिलायी जाएगी फाइलेरिया रोधी दवा

मॉपअप राउंड में छूटे हुए लोगों को खिलायी जाएगी फाइलेरिया रोधी दवा

- सरकारी दफ्तरों और कारागार में भी विशेष अभियान चलाकर खिलायी जाएगी दवा

प्रमोद कुमार 

हाजीपुर,7 अप्रैल।
फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को सार्थक बनाने के लिये स्वास्थ्य विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है। जिले में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत लोगों को घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम फाइलेरिया रोधी दवा खिला रही है। एक भी व्यक्ति दवा खाने से वंचित न रह जाये इसके लिए  स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने पूरी ताकत  झोंक दी है।

जिला वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल अधिकारी डॉ सत्येन्द्र प्रसाद सिंह ने बताया कि जिले में एमडीए-आईडीए कार्यक्रम को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। वहीं कुछ ऐसी जगहें हैं जहां लोग दवा के सेवन से परहेज कर रहे थे या किसी कारण वे दवा का सेवन नहीं कर पाए उनके लिए मॉपअप राउंड चलाया जाएगा। 10-11 अप्रैल को मॉपअप राउंड के तहत छूटे हुए लोगों को आइवरमेक्टिन, डीईसी और अल्बेंडाजोल की गोली स्वास्थ्यकर्मियों के सामने खिलायी जाएगी। 

सरकारी दफ्तरों में भी खिलायी जाएगी फाइलेरिया रोधी दवा-
जिला वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल अधिकारी डॉ सिंह ने कहा कि विशेष अभियान चला कर शहरी क्षेत्र स्थित सभी सरकारी दफ्तर, सदर अस्पताल कैंपस, समाहरणालय, जेल परिसर, पुलिस स्टेशन आदि जगहों पर लोगों को दवा खिलायी जाएगी। डॉ सत्येन्द्र प्रसाद सिंह ने लोगों से फाइलेरिया की दवा खाने की अपील की, जिससे इस रोग से बचा जा सके।

फाइलेरिया को मिटाने के लिए दवा जरूर लें:
डॉ सिंह ने कहा कि फाइलेरिया एक कष्टदायक बीमारी है। जो मनुष्य को अपंग बना देती है।  फाइलेरिया के लक्षण को उभरने में 8 से 10 साल लगते हैं। जिससे समय रहते इसका बचाव नहीं हो पाता। इस बीमारी का  कोई उपचार नहीं है। इससे बचने के लिए आइवरमेक्टिन, डीईसी, अल्बेंडाजोल की गोली जरूर खाएं। उन्होंने बताया कि दो साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोग से ग्रस्त लोगों को दवा नहीं खानी है।