65वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के 275 नव प्रशिक्षुओं का हुआ दीक्षांत समारोह

65वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के 275 नव प्रशिक्षुओं का हुआ दीक्षांत समारोह


प्रथम दीक्षांत समारोह मे 275 नव प्रशिक्षुओं को जीडी की उपाधि दी गयी

दीक्षांत समारोह मे नव प्रशिक्षुओं ने ट्रेनिंग की दक्षता व कठिन परिश्रम की उत्कृष्टता को प्रदर्शित किया

65वी वाहिनी के कमांडेंट पंकज डंगवाल ने डीआईजी को स्मृतिचिन्ह भेंट कर सम्मानित किया

दिवाकर कुमार

बगहा।65वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल बेतिया शिविर बगहा के प्रांगण मे प्रथम दीक्षांत समारोह मे 275 नव प्रशिक्षुओं को जीडी की उपाधि दी गयी है।दीक्षांत समारोह मे नव प्रशिक्षुओं ने ट्रेनिंग की दक्षता व कठिन परिश्रम की उत्कृष्टता को प्रदर्शित किया।

उनकी कला और साहस को देखकर सभी हैरान थे।नव प्रशिक्षुओं का गार्ड ऑफ ऑनर क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया के डीआईजी सुनील कुमार ध्यानी ने लिया।कुल 275 नव प्रशिक्षुओं को ईमानदारी,कर्तव्यनिष्ठा व समर्पण के साथ राष्ट्र सेवा करने की शपथ दिलाई गई।सभी नव आरक्षी भारत के अलग अलग राज्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं,

जिनमे आंध्रप्रदेश से 16,असम से 32,बिहार से 50,झारखंड से 20,महाराष्ट्र से 28,उड़ीसा से 28, त्रिपुरा से 18,उत्तर प्रदेश से 37और पश्चिम बंगाल से 46 प्रशिक्षु हैं।65वी वाहिनी के कमांडेंट पंकज डंगवाल ने डीआईजी को स्मृतिचिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

तत्पश्चात डीआईजी ने अपने सम्बोधन में दीक्षांत परेड मे हिस्सा ले रहे सभी,275 नव प्रशिक्षुओ को जिन्होने अपनी कड़ी मेहनत एवं सच्ची लगन से 44 सप्ताह का कठिन प्रशिक्षण सफलता पूर्वक पूरा किया उनका उत्साह वर्धन किया।उन्होने 65वी वाहिनी एसएसबी के योग्य प्रशिक्षकों एवं अधिकारियों को भी उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए हार्दिक बधाई दी।जिनकी निष्ठा और कड़ी मेहनत से ही आज विभिन्न सैन्य विधाओं में दक्ष होकर इस प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा किया जा सका।

परेड के दौरान बैंड प्रदर्शन स्वान दस्ता प्रदर्शन के साथ साथ नव आरक्षियों के द्वारा मास पी टी,टैटो ड्रील,वोल्टिंग बॉक्स,यू एस सी तथा योग का मनमोहक प्रदर्शन किया गया। इनका यह प्रदर्शन देखकर अभिभावकों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया । 65वी वाहिनी एसएसबी के कमांडेंट ने अपने सम्बोधन में बताया की आज के बदलते हुए परिदृश्य एवं बल की बढ़ती हुई जिम्मेदारियों को ध्यान मे रखते हुए इन प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया गया है।इन्हें शारीरिक रूप से सुदृढ़ एवं मानसिक रूप से दक्ष बनाने की भरपूर कोशिश की गई है ।

प्रशिक्षण के दौरान इन्हे शारीरिक प्रशिक्षण ड्रिल हथियार योगा सीमा प्रबंधन प्राथमिक उपचार आपदा प्रबंधन बेसिक कंप्यूटर स्किल निहत्थी लड़ाई कानून इत्यादि मे निपुण बनाया गया है। साथ ही सीमाओं पर तैनाती के दौरान मानव अधिकारों की संवेदनाओं एवं सामाजिक दायित्वों के निर्वहन से भी पूरी तरह परिचित कराया गया है ।

दीक्षांत समारोह के दौरान 6 प्रशिक्षुओं के सरहनीय एवं उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए इन्हे अवार्ड दिया गया जिनमे बेस्ट इन स्पोर्ट्स का पुरस्कार और नव आरक्षी/प्रशिक्षु चाणक्य मदाही, बेस्ट प्रोमिसींग टैलेंट का पुरस्कार –नव आरक्षी/प्रशिक्षु बीनित कुमार सिंह सर्वोत्तम फायरर का पुरस्कार - नव आरक्षी/प्रशिक्षु सलकु मुरमु , बाह्य प्रशिक्षण मे सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार - नव आरक्षी/प्रशिक्षु राजू बस्की आंतरिक प्रशिक्षण मे सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार-नव आरक्षी/प्रशिक्षु आकाश,ओवर ऑल बेस्ट पुरस्कार-नव आरक्षी/प्रशिक्षु तुहीन मण्डल को पुरस्कृत किया गया।

दीक्षांत समारोह में सुनील कुमार ध्यानी डीआईजी क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया,पंकज डंगवाल कमांडेंट 21वीं वाहिनी बगहा,डॉ विनय अग्रवाल कमांडेंट चिकित्सा,21वी वाहिनी,डॉ ममता अग्रवाल कमांडेंट चिकित्सा 21वी वाहिनी, दीपक कुमार मिश्रा भा.प्र.से अनुमंडल अधिकारी बगहा,सरफराज नवाज अपर अनुमंडल अधिकारी बगहा,कैलाश प्रसाद,उप पुलिस अधिकारी (एसपीडीओ) बगहा, लक्ष्मी खत्री,जनशक्ति

फाउंडेशन,बगहा,अनिल कुमार सिंह द्वितीय कमान अधिकारी 44 वी वाहिनी नरकटियागंज,अरविंद कुमार चौधरी उप कमांडेंट, सतीश चन्द्र गंगवार उप कमांडेंट, रामबीर सिंह यादव उप कमांडेंट,अंगु सिंह उपकमांडेंट 21वी वाहिनी, निपु पाठक, नैतिक जागरण मंच वेल्फेयर ट्रस्ट बगहा,अभिभावक,स्कूली बच्चे, समस्त संदीक्षा परिवार,65वी वाहिनी एवं समस्त जवान उपस्थित थे।