प्रसव पूर्व गर्भवती महिलाओं की हुई सेहत जांच
-प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में लगा कैंप
प्रमोद कुमार
सीतामढ़ी,9 मई।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में विशेष कैंप का आयोजन कर गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व सेहत की जांच की गई। प्रत्येक माह की नौ तारीख को लगने वाले इस विशेष कैंप के दौरान दर्जनों महिलाओं की सेहत की जांच की गई। चिकित्सक द्वारा गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच के अलावा उच्च जोखिम गर्भधारण महिलाओं की पहचान कर उचित परामर्श दिया गया। गर्भवती महिलाओं को फल व पौष्टिक आहार के सेवन के बारे में भी जानकारी दी गई।
जांच के बाद दी गई उचित सलाह:
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एके झा ने परिहार एवं बथनाहा पहुंचकर गर्भवती महिलाओं की सेहत जांच की। मौके पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व जांच की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ उन्हें बेहतर परामर्श देना है। गर्भावस्था के दौरान जांच, प्रसव के दौरान होने वाली जटिलताओं में कमी लाती है। सम्पूर्ण प्रसव पूर्व जांच के अभाव में उच्च जोखिम गर्भधारण की पहचान नहीं हो पाती। इससे प्रसव के दौरान जटिलता की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने बताया इस अभियान की सहायता से प्रसव के पहले ही संभावित जटिलता का पता चल जाता है। जिससे प्रसव के दौरान होने वाली जटिलता में काफी कमी भी आती है।
महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही-
गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अत्यधिक या कम वजन एवं अत्यधिक खून की कमी प्रसव संबंधित जटिलता को बढ़ा सकता है।
जांच में यदि खून की कमी होती है तब ऐसी महिलाओं को आयरन की गोली के साथ पोषक पदार्थों के सेवन के विषय में सलाह दी जाती है।
डॉ. झा ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान प्रभावी रूप से सुदूर गांवों में रहने वाली महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है। इससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में भी अंकुश लगाने में सफलता मिल रही है।