अग्नि निवारण एवं जन-जागरूकता कार्यशाला का आयोजन

अग्नि निवारण एवं जन-जागरूकता कार्यशाला का आयोजन

प्रमोद कुमार 


मोतिहारी,पू०च०।
पछुआ हवा से होने वाली अग्निकाण्ड की घटनाओं की रोकथाम हेतु अग्नि निवारण एवं जन-जागरूकता कार्यशाला का आयोजन श्रम भवन सभागार में बिहार अग्निशमन सेवा मोतिहारी द्वारा आयोजित की गयी।इस कार्यशाला के मुख्य अतिथि जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक की अध्यक्षता में लगभग 300 जीविका दीदी के अतिरिक्त पंचायतों के पंचायत प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।

कार्यशाला का विधिवत् उद्घाटन रिबन काट एवं दीप प्रज्वलित कर की गयी।जिसमें जिला स्तरीय प्रशासनिक पदाधिकारी, श्रम अधीक्षक, अपर समाहर्ता, जिला नियोजन पदाधिकारी, डी॰पी॰ओ॰ जीविका, सभी अग्निशामालय पदाधिकारी एवं अन्य वरीय पदाधिकारी सम्मिलित हुए।उक्त कार्यशाला में राज्य अग्निशाम मुख्यालय द्वारा पछुआ हवा से बचाव हेतु उपलब्ध करायी गयी लधु फिल्म विडियो दिखाकर लोगों को विधिवत अग्नि सुरक्षा बिन्दुओं की बताया गया।

जिला अग्निशाम पदाधिकारी द्वारा अपने संबोधन में यह बताया गया कि गर्मी की मौसम प्रारंभ हो गई है इसके लिए आपलोग पूरी तरह सचेत एवं तैयार रहें खाना पहुआ हवा चलने के पहले सुबह 09ः00 बजे तक बना लें एवं संध्या 06ः00 बजे के बाद हीं खाना बनाना प्रारंभ करें।खाना बनाते समय एक बाल्टी पानी जरूर रखें।

उन्होंने जीविका दीदियों को वाद-संवाद के जरिये अग्नि सुरक्षा बिन्दुओं को अपने गाँव मुहल्ले एवं जन-जन तक पहुँचाने का लक्ष्य दिया गया एवं उनके द्वारा यह भी आग्रह किया गया कि पूर्व के वर्षों में हुई अग्निकाण्ड की घटना के अपेक्षा इस वर्ष अग्निकाण्ड की घटना में काफी कमी लाये जाने का सफल प्रयास करें।जिलाधिकारी  द्वारा जीविका दीदियों एवं जन प्रतिनिधियों से  अग्निशाम सेवा द्वारा कराये जा जागरूकता अभियान को सफल बनाने एवं जीविका दीदियों के माध्यम से अग्नि सुरक्षा घर-घर तक पहुँचाने का  अनुरोध किया गया।

उन्होंने गर्मी के मौसम को देखते हुए अग्निशाम सेवा को पूरी तैयारी कर लेने का भी निर्देश दिया गया।उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर अग्निकाण्ड की घटनाएँ लापरवाही से घटती हैं। उनके द्वारा जीविका दीदियों को लक्ष्य दिया गया कि अपने-अपने गाँव मुहल्ले की सारी झुग्गी झोपड़ियाँ को मिट्टी का लेप लगाकर फायर प्रूफ बना लिया जाए।उनके द्वारा यह भी बताया गया कि हवा बहने के समय भुलकर भी आग न जलायें, खेत को अवशेष मत जलायें, जलते हुए माचिस के तिल्ली एवं सिगरेट बिड़ी के टुकड़े को यत्र तत्र नहीं फेंकें एवं दो झोपड़ियों को सटाकर न बनायें।जीविका समुह की सुश्री रूपा कुमारी द्वारा भी वाद-संवाद के क्रम में अग्नि सुरक्षा बिन्दु जन-जन तक पहुँचाने एवं अग्निकाण्ड से होने वाली नुकसान का भरपाई न होने का जिक्र किया गया।

इनकी सोंच एवं पहल की सरहना सभी वरीय पदाधिकारी द्वारा की गयी।जिला अग्निशाम पदाधिकारी एवं उनके टीम द्वारा गैस सेलेण्डर से बचाव हेतु डेमो दिखाकर गैस सेलेण्डर से आग की बचाव के विभिन्न तरीके बताये गये।श्रम अधीक्षक द्वारा भी अग्नि सुरक्षा बिन्दुओं को भी बखुबी रूप से समझने एवं लोगों के बीच इस आयोजन में सीखे हुए बिन्दुओं को चर्चा करने एवं जागरूकता लाने का अनुरोध किया गया।अग्निशामालय पदाधिकारी, द्वारा सभी विशिष्ट अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।